रेल दुर्घटनाओं में राहत और बचाव कैसे किया जाए,-एनडीआरएफ़ व रेलवे ने किया मॉक ड्रिल

बरेली (हर्ष सहानी) : रेल दुर्घटनाओं में राहत एवं बचाव कार्य के समय कितनी तत्परता और सतर्कता बरतनी चाहिए, कितनी तेजी से टाइमिंग का कितना ध्यान रखा जाए, उसके लिए एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा निर्देशन में आज एनडीआरएफ तथा पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर डिवीजन, बरेली सिटी रेलवे द्वारा सिटी स्टेशन पर एक मेगा मॉक ड्रिल ‘अमृत’ सम्पन्न हुआ। इसका उद्देश्य घायल व चोटिल यात्रियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रेस्पोंस एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी स्टेक होल्डरस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है तथा इस मेगा मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है।

रेल दुर्घटना पर आधारित इस मॉक अभ्यास के प्रथम चरण में दिनांक 29 सितम्बर को एनडीआरएफ के नीरज कुमार उप कमांडेंट व पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जतनगर डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पन्त, मुख्य संरक्षा अधिकारी व अन्य रेल अधिकारियों द्वारा टेबल टॉप एक्सरसाइज़ कर इस मॉक ड्रिल की रूप रेखा तैयार की गयी। इस बैठक में एनडीआरएफ व रेलवे, जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे स्कॉउट गाइड के अलावा अन्य एजेंसियों जैसे जिला प्रशासनिक विभाग व पुलिस प्रशासन, स्वास्थ विभाग, फायर विभाग, सिंचाई विभाग, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रमुखों ने हिस्सा लिया।

गुरुवार को प्रात: चार बजे रेलवे कंट्रोल रूम द्वारा एनडीआरएफ को बरेली सिटी स्टेशन पर एक ट्रेन पटरी से उतरने व दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, लखनऊ की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर सर्चिग टीम ने अपने अत्याधुनिक उपकरणों के साथ फिजिकल व टेक्नीकल सर्च करके फँसे हुए व घायल व्यक्तियों को चिन्हित किया तथा रेस्क्यू व इवेक्युएशन टीम ने चिन्हित दुर्घटनाग्रस्त बोगीयों में से घायल व फँसे हुए व्यक्तियों को अत्याधुनिक कटिंग उपकरणों की सहायता से होरीजेंटल व वर्टिकल एप्रोच बनाकर घायलों तक पहुँच बनाई तथा फँसे हुए व्यक्तियों को चिकित्सीय विधियों का उपयोग करते हुए सामान्य व हाई राईज रोप रेस्क्यू तकनीक की सहायता से सुरक्षित स्थान पर लाया गया। तत्पश्चात एनडीआरएफ की पैरामेडिकल टीम ने घायलों का प्राथमिक उपचार कर आवश्यक उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग को सुपुर्द किया। इस मेगा मॉक एक्सरसाईज में कोविड के नियमों का भी पूर्णतयः पालन करते हुए अभ्यास किया गया।

इस मॉक ड्रिल आँपरेशन “अमृत’’ का नेतृत्व एनडीआरएफ के उप कमांडेंट श्री नीरज कुमार द्वारा लखनऊ टीम के 45 सदस्यीय टीम व पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर डिवीजन के डीआरएम श्री आशुतोष पन्त, एडीआरएम विवेक गुप्ता, एडीआरएम अजय वार्ष्णेय, सीनियर डीओएम हरीश, सीनियर डीएसओ नीतू, आरपीएफ कमांडेंट ऋषि पाण्डेय, एडीएसओ बी.एल.मीना, एआरटी टीम कमांडर द्वारा किया गया।

नीरज कुमार ने बताया कि रेलवे की सकारात्मक पहल व सशक्त रिस्पोंस सिस्टम को विकसित करने से इस तरह की रेल दुर्घटनाओं में कमी आयी है और समय-समय पर इस तरह के रेल मेगा माँक अभ्यास “अमृत’’ द्वारा रेल दुर्घटनाओं के प्रभाव को न्यूनीकृत कर महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा की जा सकेगी।