लेखक गुडविन मसीह को हिंदी संस्थान ने किया सम्मनित
बरेली। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ द्वारा बरेली के कहानीकार एवम बाल कथा लेखक गुडविन मसीह को श्री ह्रदय नारायण दीक्षित अध्यक्ष विधान सभा उत्तर प्रदेश के द्वारा पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।
यशपाल सभागार में समारोह की अध्यक्षता संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर सदानंद प्रसाद गुप्त ने की। इस अवसर पर निदेशक हिन्दी संस्थान श्रीकांत मिश्रा मौजूद रहे। समारोह का संचालन संस्थान की सम्पादक डॉक्टर अमिता दुबे ने किया। श्री गुडविन मसीह ने कहा कि बच्चों को बाल साहित्य और चरित्र निर्माण की कहानियां और लेख पढ़ने के लिए माँ बाप को प्रेरित करना चाहिए क्योंकि इस तरह का साहित्य बच्चों में संस्कार पैदा करता है और बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ता है। इसलिए हर माता पिता का यह अनिवार्य दायित्व होना चाहिए कि वह अपने बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ साथ उन्हें चरित्र निर्माण की कहानियां भी पढ़ने को दें। अपने शहर बरेली के बाल साहित्यकार गुडविन मसीह ने जिन्हें उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने डाक्टर राम कुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान से ह्रदय नारायण दीक्षित अध्यक्ष विधान सभा उत्तर प्रदेश द्वारा 28 फरवरी 2021 को हिन्दी संस्थान के अभिनंदन पर्व के अवसर पर सम्मानित किया गया था।
इस अवसर पर बोलते हुए विधान सभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने कहा कि भाषा जहां तक जाती है वहां तक अपनी संस्कृति को साथ लेकर जाती है। उन्होंने कहा कि हिन्दी महज एक विषय नहीं है.. हमारी रहन सहन की शैली.. आचार व्यावहार की भाषा है। ऐसे में बच्चों से कैसे बातचीत हो यह मनोविज्ञान की बहुत बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए कुछ लिखना माँ हो जाना जैसा होता है। बच्चों की संवेदना से जुड़कर लिखना बाल साहित्यकारों के लिए मुश्किल होता है।
स्मरण रहे गुडविन मसीह बाल साहित्य संवर्धन हेतु बाल साहित्य की बीस दर्जन से भी अधिक कहानियां… बीस दर्जन से अधिक बाल कविताएं.. लेख और कई दर्जन बाल नाटक रेडियो टीवी और मंच के लिए लिख चुके हैं जिन्हें देश भर में सराहा गया है।
गुडविन मसीह की अब तक चौदह बाल कहानियों को राष्ट्रीय बाल कहानी प्रतियोगिताओ में प्रथम पुरस्कार मिल चुके हैं। कई बाल कहानी संग्रह नाटक संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी बाल रचनाओं के लिए उन्हें राज्य एव राष्ट्र स्तर पर कई संस्थानों द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित किया है।
समारोह की अध्यक्षता संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर सदानंद प्रसाद गुप्त ने की। इस अवसर पर निदेशक हिन्दी संस्थान श्रीकांत मिश्रा मौजूद रहे। समारोह का संचालन संस्थान की सम्पादक डॉक्टर अमिता दुबे ने किया.
बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !