चित्रांश समागम एवं कायस्थ वैवाहिक परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह !

14वें गंगा-गौ-बेटी-पर्यावरण-देश बचाओ को समर्पित विशाल चित्रांश समागम एवं कायस्थ वैवाहिक परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में गुजरात , हरियाणा , मुंबई, झांसी, उत्तराखंड , मध्य प्रदेश, फैजाबाद, उन्नाव , इलाहाबाद, जयपुर, राजस्थान, दिल्ली ,चंडीगढ़, लखनऊ, हरदोई, बदायूं, शाहजहांपुर, रामपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद आदि से भाग लेने पहुंचे चित्रांश परिवार, बजा चित्रांश एकता का बिगुल, भ्रूण हत्या, दहेजरहित विवाह, गंगा-गाय बचाओ-देश बचाओ, पॉलीथीन का बहिष्कार, स्मार्ट सिटी-स्मार्ट सिटीजन का लिया संकल्प, 7 रिश्ते हुए तय, विभिन्न स्तरों पर उपलब्धियां प्राप्त करने वाले चित्रांशों के साथ केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार हुए सम्मानित एवं चित्रांश पार्षद भी हुए सम्मानित,

चित्रांश मेधावी छात्र/छात्राएं भी हुए सम्मानित – राकेश सक्सेना/रजनीश सक्सेना (कार्यक्रम संयोजक)। अखिल भारतीय चित्रांश महासभा, बरेली द्वारा पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी परम्परागत रूप से चित्रांश समाज को एकजुट करने के प्रयासों की कड़ी में लगातार ‘14वें गंगा-गौ-बेटी-पर्यावरण-देश बचाओ को समर्पित विशाल चित्रांश समागम एवं कायस्थ वैवाहिक परिचय सम्मेलन सम्मान समारोह’ का आयोजन श्री कृष्ण कथा स्थल (बाबा श्री त्रिवटीनाथ मंदिर प्रांगण), नैनीताल रोड, बरेली में 3 सत्रों में सम्पन्न हुआ। प्रथम सत्र में जहां हजारों चित्रांश परिवारों के मध्य मुख्य अतिथि अंकिता ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन अनिल कुमार सिन्हा, कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना ने की तथा कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि शहर विधायक व महासभा के प्रदेश संरक्षक डॉक्टर अरूण कुमार एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर दिनेश जौहरी तथा बैच ऑफ मजिस्ट्रेट सी.डब्ल्यू.सी. सदस्य नीतू सक्सेना, अति विशिष्ट अतिथि मीडिया एवं संचार विभाग, भारत सरकार के निदेशक संजय श्रीवास्तव एवं काशी अघोरपीठ हरिश्चन्द्र घाट के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चण्डेश्वर कपाली (कपाली बाबा ), मण्डल अध्यक्ष गोविंद सक्सेना, जिलाध्यक्ष राकेश सक्सेना, वरिष्ठ उपाध्यक्ष/कार्यक्रम संयोजक रजनीश सक्सेना, महामंत्री अनूप सक्सेना, कोषाघ्यक्ष रिंकेश सौरखिया आदि ने मां सरस्वती और भगवान चित्रगुप्त के चित्र पर माल्यापर्ण, दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत् शुभारम्भ किया। मंचासीन अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पंकज सक्सेना, उपाध्यक्ष मनोज सक्सेना, युवा अध्यक्ष रवि जौहरी, रवि सक्सेना, संदीप सक्सेना, श्रीमती पूनम सक्सेना, अनिल सक्सेना, विकास चित्रांश, श्रीमती प्रतिभा जौहरी, आयुष सक्सेना, आनन्द सक्सेना, मोहित जौहरी,, प्रवीण सक्सेना, अन्तरिक्ष सक्सेना, विकास सक्सेना, पंकज जौहरी, शिवम् चित्रांश आदि ने माल्यापर्ण कर, बैज लगाकर किया। प्रथम सत्र में जहां विशाल चित्रांश समागम में देश, विदेश, प्रदेश के साथ-साथ बरेली मंडल के चित्रांश परिवारों की एकजुटता देखते ही बनती थीं जो महासभा के प्रयासों को सही मायने में सार्थक कर रहा था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अंकिता ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन अनिल कुमार सिन्हा ने हजारों की तादाद में उपस्थित चित्रांशों को चित्रांश उद्भव की महत्ता से अवगत कराते हुए कहा कि गाय गंगा और पर्यावरण की सुरक्षा जितना महत्वपूर्ण है, बेटियों की रक्षा और उसका सम्मान। जब गंगा अविरल और निर्मल होगी तभी र्प्यावरण की रक्षा होगी और गाय भी बचेगी साथ ही देश की आबादी को अपने पौष्टिक दुग्ध से स्वस्थ रखेगी। लेकिन जब बेटी ही नहीं बचेगी तब संसार चलेगा कैसे। मातृशक्ति के बिना सृजन संभव नहीं और जब सृजन नहीं होगा तब संसार का विनाश अवश्यमभावी हो जायेगा अतः गाय गंगा बंटी पर्यावरण के साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रति हम सबको सजग होना होगा साथ ही कहा कायस्थ समाज आज राजनैतिक रूप से असुरक्षित है, जरूरी है हमारे बीच राजनैतिक चेतना के पुनर्विकास की साथ ही देश के चित्रांश परिवारों के बेटियों के विवाह के लिए तन मन धन से आजीवन सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष प्रदेश संरक्षक व नगर विधायक डा. अरूण कुमार ने कहा कि अब समाज की बिगड़ती स्थिति को ठीक करने के लिए भगवान चित्रगुप्त जी का दर्शन (कठोर परिश्रम, न्याय, आत्मविश्वास, सेवा) लागू करने हेतु हिन्दुस्तान के मंदिरों में भगवान चित्रगुप्त जी की प्रतिमा स्थापित की जाये। कायस्थ समाज अपने पुराने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक कार्यों के अतिरिक्त धार्मिक सत्संग के द्वारा भगवान चित्रगुप्त जी को जनमानस में स्थापित करने का निर्णय ले। अति विशिष्ट अतिथि काशी अघोरपीठ हरिश्चन्द्र घाट के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चण्डेश्वर कपाली (कपाली बाबा ) ने कहा कि कायस्थ समाज ने समाज को सदैव एक दिशा दी है परिचय सम्मेलनों के माध्यम से। भारतवर्ष को तो इस प्राचीन स्वयंवर जैसी प्रथा के माध्यम से दहेज रूपी दानव का अंत करना चाहिए। गंगा गाय बेटी और पर्यावरण को समर्पित यह कार्यक्रम निरतंरता को प्राप्त है और चित्रांश एकता के उद्देश्य में निश्चित रूप से सफल है। इस अवसर पर अतिथियों के स्वागत उदबोधन में कार्यक्रम संयोजक राकेश सक्सेना व रजनीश सक्सेना ने संयुक्त रूप से संदेश दिया कि ‘‘ चित्रांश परिवारों को अपना अस्तित्व बचाने के लिए एकजुट होने होगा साथ ही कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जहां कायस्थ समाज की युवा पीढ़ी को दहेज रहित विवाह के लिए प्रोत्साहित करना, महिलाओं व बहु बेटियों को समाज में उचित स्थान दिलाना, सामाजिक कुरीतियों-दहेज प्रथा, भू्रण हत्या, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, गंगा बचाओ-गाय बचाओ- देश बचाओ, स्मार्ट सिटी-स्मार्ट सिटीजन, पर्यावरण बचाओ आदि के प्रति जागरूक कर महासभा के अभियान को सार्थक करना है। द्वितीय सत्र में जहां महासभा की स्मारिका का विमोचन मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया।

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