Bareilly UP : सावन माह के दौरान चल रही कांवड़ यात्रा में जहां श्रद्धालु शिवभक्ति में लीन हैं, वहीं प्रशासन और पुलिस भी पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही है।
बरेली, 22 जुलाई। सावन माह के दौरान चल रही कांवड़ यात्रा में जहां श्रद्धालु शिवभक्ति में लीन हैं, वहीं प्रशासन और पुलिस भी पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही है।
इसी सतर्कता का एक जीता-जागता उदाहरण बरेली के आंवला-भमोरा मार्ग पर उस समय देखने को मिला, जब एक कांवड़ यात्री को अचानक दौरा पड़ा और पुलिस की तत्परता से उसकी जान बच गई।
लाल फाटक, थाना कैंट क्षेत्र निवासी श्रद्धालु लाखन लाल बदायूं से जल लेकर लौट रहे थे। इसी दौरान आंवला-भमोरा मार्ग पर उन्हें अचानक दौरा पड़ा और वे जमीन पर गिर पड़े।
घटना की जानकारी मिलते ही आंवला क्षेत्राधिकारी (सीओ), स्थानीय पुलिस टीम और मेडिकल इमरजेंसी एम्बुलेंस महज एक मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई। बिना देर किए पुलिस ने उन्हें उठाया और तुरंत पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
डॉक्टरों के मुताबिक लाखन लाल को समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बचाई जा सकी और अब उनकी हालत स्थिर है। इस त्वरित कार्रवाई के लिए स्थानीय लोगों, कांवड़ यात्रियों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस टीम की सराहना की है।
बरेली पुलिस ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर विशेष तैयारियां की हैं। खास तौर पर आंवला-भमोरा मार्ग पर 16 किलोमीटर की दूरी में 14 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं, जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इतना ही नहीं, पुलिस ने एम्बुलेंस चालकों और पुलिसकर्मियों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया है। इस ग्रुप की मदद से किसी भी घटना की सूचना तत्काल संबंधित सभी अधिकारियों को मिल जाती है और औसतन 40-45 सेकंड में मदद मौके पर पहुंच रही है। यह व्यवस्था न केवल प्रशासन की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा बरेली पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सावन में लाखों कांवड़िए हरिद्वार, बदायूं, बरेली जैसे स्थानों से जल भरकर शिवालयों की ओर निकलते हैं। ऐसे में पुलिस-प्रशासन की यह तत्परता धार्मिक आस्था के साथ-साथ मानव सेवा की भी एक मिसाल बन रही है। बरेली पुलिस की इस चुस्त व्यवस्था ने न केवल एक जीवन बचाया, बल्कि पूरे क्षेत्र में विश्वास का माहौल भी पैदा किया है।
बरैली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट