Bareilly UP : सावन मास के दौरान कांवड़ यात्रा मार्गों पर मांस और मछली के व्यापार पर लगाए गए प्रतिबंध
बरेली-सावन मास के दौरान कांवड़ यात्रा मार्गों पर मांस और मछली के व्यापार पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर सियासी मंच, बरेली ने उत्तर प्रदेश सरकार से गरीब मांस व्यापारियों के लिए मुआवजा और वैकल्पिक रोज़गार व्यवस्था की मांग की है। मंच का कहना है कि धार्मिक भावनाओं के सम्मान के नाम पर लिए गए इस फैसले से हज़ारों छोटे व्यापारी और उनके परिवार भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं।
संगठन की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि इन व्यापारियों में अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर तबके से आते हैं, जो अपनी रोज़ की कमाई से घर चलाते हैं। सावन के पूरे महीने दुकानें बंद रहने से उनका चूल्हा तक ठंडा पड़ गया है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर रोजमर्रा की ज़रूरतें तक पूरी नहीं हो पा रही हैं।
सियासी मंच ने दो प्रमुख मांगें रखी हैं मुआवजा योजना लागू की जाए, जिसके तहत प्रभावित व्यापारियों को नकद आर्थिक सहायता दी जाए।
वैकल्पिक व्यवस्था और दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित किए जाएं, ताकि इन गरीबों को सरकारी योजनाओं में शामिल कर आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
संगठन ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो यह धार्मिक सम्मान के नाम पर सामाजिक अन्याय बन जाएगा। एक ओर धर्म का पालन हो, तो दूसरी ओर भूख से भी किसी का घर न जले – यही उत्तर प्रदेश की असली संस्कृति होनी चाहिए।
सरकार को अब तय करना है कि वह गरीबों के पेट के साथ न्याय करेगी या केवल सियासी दिखावे की पूजा-पाठ में उलझी रहेगी
बरैली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट