बरेली। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय चरस तस्करों के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया।
बरेली। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय चरस तस्करों के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस कार्रवाई में चार तस्करों को धर दबोचा और उनके कब्जे से 7.5 किलो अवैध चरस बरामद की।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये आंकी जा रही है। गिरफ्तारी के साथ ही STF ने तस्करों से एक होंडा शाइन बाइक और तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
पुरानी गन्ना मिल खंडहर से दबोचे गए तस्कर
STF को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि नेपाल से होकर बिहार और यूपी में बड़े पैमाने पर चरस की तस्करी की जा रही है। इसी सूचना पर एएसपी STF बरेली अब्दुल कादिर के नेतृत्व और इंस्पेक्टर अजीत कुमार की टीम ने थाना सुभाषनगर क्षेत्र स्थित बदायूं रोड की पुरानी गन्ना मिल के खंडहर पर छापेमारी की। मौके पर घेराबंदी कर चारों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान राकेश पुत्र रामनिवास निवासी दियुरिया जीत थाना बिनावर, बदायूं और नेपाल के जिला पारस थाना पोखरिया के निचुटा गांव निवासी तीन युवकों – भांटू देवान पुत्र ओकील देवान, रोहित पुत्र जगन और कृष्णा पुत्र रामायण – के रूप में हुई है।
नेपाल से लाते थे खेप, यूपी में महंगे दामों पर बेचते
पूछताछ में नेपाली तस्करों ने कबूला कि नेपाल में अच्छी गुणवत्ता की चरस सस्ते दामों पर मिल जाती है। वे इसे बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में पहुंचाते थे और यहां ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे। पुलिस जांच में पता चला कि जिस दिन ये तस्कर पकड़े गए, उस दिन वे यह खेप बदायूं निवासी राकेश को सौंपने आए थे।
राकेश का आपराधिक इतिहास
STF की जांच में सामने आया कि राकेश पहले से ही कई मामलों में नामजद है। उसके खिलाफ थाना बिनावर में 2018 और 2020 में दर्ज गंभीर मुकदमे मौजूद हैं, जिनमें मारपीट, धमकी और एससी/एसटी एक्ट जैसे मामले शामिल हैं।
एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज
चारों तस्करों के खिलाफ थाना सुभाषनगर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। STF अब गिरोह के नेटवर्क और नेपाल से होने वाली सप्लाई चेन की जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि इनके पीछे और भी लोग जुड़े हो सकते हैं, जिन पर जल्द शिकंजा कसा जाएगा।
STF की टीम को मिली सफलता
इस कार्रवाई में STF बरेली की फील्ड यूनिट के एसआई अजीत कुमार, हेड कॉन्स्टेबल गिरिजेश पोसवाल, रामजी लाल, शिवओम पाठक, अरुण कुमार, सुनीत कुमार और चालक अतुल कुमार शामिल रहे। अधिकारियों का कहना है कि नशे की तस्करी रोकने के लिए आगे भी इसी तरह के अभियान लगातार चलाए जाएंगे।
ASP अब्दुल कादिर का बयान
ASP STF बरेली अब्दुल कादिर ने बताया कि यह ऑपरेशन लंबी जांच और ठोस प्लानिंग का नतीजा है। उन्होंने कहा, “हमें सूचना मिली थी कि नेपाल से चरस की सप्लाई यूपी में हो रही है। इस सूचना पर हमारी टीम ने घेराबंदी की और चारों तस्करों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। यह अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है और इसकी जड़ें काटने के लिए आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।”
इस बड़ी सफलता के बाद STF ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में नशे का अवैध कारोबार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट