Bareilly : नगर निगम बरेली की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
बरेली। नगर निगम बरेली की बड़ी लापरवाही सामने आई है। ब्लैकलिस्ट और डिबार की गई फर्म ने एसीबी (एनिमल बर्थ कंट्रोल) सेंटर के संचालन के लिए टेंडर डाल दिया और निगम अधिकारियों ने उसकी निविदा को निरस्त करने की बजाय प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया। करोड़ों की लागत से बने सेंटर के संचालन का मामला अधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही की गवाही दे रहा है।
जानकारी के अनुसार, करीब 1 करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से तैयार यह एसीबी सेंटर बरेली में आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए बनाया गया है। लेकिन संचालन की जिम्मेदारी जिस फर्म को दी जानी है, उसने पहले ही गंभीर गड़बड़ियों के चलते ब्लैकलिस्ट और डिबार किया जा चुका है। बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारियों ने उसकी निविदा को स्वीकार कर लिया। शिकायत पर मामला खुला तो नगर आयुक्त ने तत्काल जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि निविदा प्रक्रिया में बैठे कुछ अधिकारियों और बाबुओं की मिलीभगत से यह पूरा खेल रचा गया। अब यदि जांच में यह साबित हुआ कि ब्लैकलिस्ट फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए निविदा प्रक्रिया में हेरफेर की गई, तो संबंधित अफसरों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि जब किसी फर्म को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है, तो फिर उसे टेंडर प्रक्रिया में शामिल करने की अनुमति कैसे मिल गई। इससे न सिर्फ पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं बल्कि निगम की कार्यशैली भी कठघरे में खड़ी हो गई है।
फिलहाल नगर आयुक्त ने स्पष्ट कर दिया है कि दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। अब देखना यह है कि कार्रवाई कितनी गहरी होती है और इस खेल में किस-किस के नाम उजागर होते हैं।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट