बरेली। बरेली के कर्मचारी नगर मिनी बाईपास रोड स्थित मेट्रो विजन अस्पताल पर लापरवाही का सनसनीखेज आरोप लगा है।
बरेली। बरेली के कर्मचारी नगर मिनी बाईपास रोड स्थित मेट्रो विजन अस्पताल पर लापरवाही का सनसनीखेज आरोप लगा है। कहा जा रहा है कि गलत इलाज और मेडिकल नेग्लिजेंस के कारण एक महिला मरीज की तीन उंगलियां काटनी पड़ीं। इस घटना के खिलाफ मंगलवार को शिव सैनिकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सीएमओ कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की।
मामला 2 सितंबर का बताया जा रहा है। फतेहगंज की मितोरा निवासी ममता का हाथ खराब हुआ था, जिसके लिए उसने मेट्रो विजन अस्पताल में सर्जरी करवाई। परिवार का आरोप है कि गलत इलाज और गलत दवाओं के कारण हाथ में गंभीर इंफेक्शन फैल गया, जिसकी वजह से महिला की तीन उंगलियां काटनी पड़ीं।
परिजनों का कहना है कि जब उन्होंने अस्पताल प्रशासन से सवाल किया तो न केवल लापरवाही छिपाई गई, बल्कि बिना पर्याप्त इलाज किए मरीज को जबरन डिस्चार्ज कर दिया गया। शिकायत डीएम और सीएमओ तक पहुंची, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने पर मंगलवार को शिव सैनिक भड़क उठे।
अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करने की मांग, मालिक ने कहा साजिश
शिवसेना जिला प्रमुख दीपक पाठक के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिव सैनिक सीएमओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने नारेबाजी करते हुए कहा कि यह केवल लापरवाही नहीं बल्कि अमानवीय अपराध है, जिसमें मरीज की जिंदगी से खिलवाड़ किया गया। प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल का लाइसेंस तुरंत निलंबित करने और जिम्मेदार डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह ने मामले की गंभीरता को स्वीकारते हुए कहा कि एसीएमओ की अगुवाई में एक जांच समिति गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे।
वहीं, अस्पताल के मालिक डॉ. शिवम ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया। उनका कहना है कि मरीज को दिया गया इंजेक्शन अस्पताल के किसी डॉक्टर ने नहीं, बल्कि परिजनों ने खुद लगाया था। उन्होंने इसे उनके अस्पताल की छवि खराब करने की साजिश करार दिया।
फिलहाल, मामला जांच के अधीन है, लेकिन जिस तरह से मरीज की तीन उंगलियां काटे जाने का मामला सामने आया है, उसने पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट
