Delhi-द्वारका जिला पुलिस द्वारा नजफगढ़ हत्याकांड के एक पैरोल जम्पर को स्पेशल स्टाफ की टीम ने पकड़ा।
आरोपी राम सागर उर्फ सागर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। आरोपी डेढ़ साल से फरार था।
उसने वर्ष 2009 में अपनी प्रेमिका के पति की हत्या कर दी थी और उस अपराध के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। द्वारका जिले में पुलिस कर्मचारियों को खुफिया जानकारी विकसित करने और क्षेत्र में घूमने वाले अपराधियों के साथ-साथ संदिग्ध अजनबियों के बारे में जानकारी एकत्र करने और दिल्ली पुलिस की ई-बीट बुक के माध्यम से संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन करने के लिए नियमित रूप से जानकारी दी जा रही है। उन्हें सिविल कपड़ों में गश्त करने और जेल-जमानत से रिहा हुए अपराधियों पर नजर रखने के भी निर्देश दिए गए हैं, जो फिर से अपराध में शामिल हैं। आपको बता दे आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी राम सागर का वर्ष 2009 में एक विवाहिता से प्रेम संबंध था और उसके पति जियालाल को इन दोनों के संबंधों पर शक था। आरोपी राम सागर उसे खत्म करना चाहता था ताकि वह महिला से शादी कर सके। एक दिन उसने जियालाल (महिला का पति) की हत्या कर दी। उसके बाद, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और माननीय अदालत ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वर्ष 2020 में, उन्हें 3 सप्ताह के लिए पैरोल मिली, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं करने के कारण पैरोल से छलांग लगा दी।
संपादक गोपाल चंद्र अग्रवाल,( दिल्ली से मुकेश गुप्ता ) की रिपोर्ट !