शाहजहांपुर मेडिकल छात्र हत्या केस सुलझा!
एमबीबीएस छात्र कुशाग्र हत्याकांड का खुलासा: साथी छात्र विराज पटेल गिरफ्तार, 5.5 लाख रुपये विवाद बना वजह
बरेली/शाहजहांपुर। शाहजहांपुर के तिलहर के बंथरा स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र कुशाग्र प्रताप सिंह की मौत का रहस्य आखिरकार खुल गया है। बरेली क्राइम ब्रांच ने इस सनसनीखेज केस को सुलझाते हुए मृतक के ही साथी छात्र विराज पटेल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शुरुआत में जिसे हादसा बताया जा रहा था, वह दरअसल सोची-समझी हत्या निकली।

कैसे हुआ खुलासा?
गोरखपुर निवासी अजय सिंह के 6 अक्टूबर 2024 को मृत पाए गए इकलौते बेटे कुशाग्र की मौत को कॉलेज प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने हॉस्टल की छत से गिरने का हादसा बताकर निपटा दिया था। लेकिन परिजनों ने इसे मानने से इंकार कर दिया और अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। मामला गंभीर होते ही जांच बरेली क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।
जांच की परतें खुलीं तो सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
पिछले एक वर्ष में क्राइम ब्रांच की बारीकी से की गई जांच में निम्न तथ्य सामने आए—
1️⃣ पैसों का विवाद बना हत्या की वजह
आरोपी छात्र विराज पटेल, कुशाग्र से 5.5 लाख रुपये निवेश के नाम पर उधार ले चुका था।
रकम वापस मांगने को लेकर दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था।
2️⃣ वारदात की रात हुआ खूनी झगड़ा
वारदात की रात दोनों में जोरदार झगड़ा हुआ।
रात करीब देर तक विराज को हॉस्टल में डंडा लेकर घूमते देखा गया।
3️⃣ अगली सुबह शव मिला
अगले दिन सुबह हॉस्टल के पीछे कुशाग्र का शव मिला।
सबूतों ने क्या कहा?
🔹 पोस्टमार्टम रिपोर्ट— सिर में गंभीर चोट, पसलियों और किडनी पर गहरी चोटें
🔹 एफएसएल रिपोर्ट— विराज के कमरे से बरामद **खून से सना डंडा**
🔹 जांच— घटना की रात विराज कुशाग्र के कमरे में सोया था
इन सबूतों ने स्पष्ट कर दिया कि मौत दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या थी।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
शुक्रवार शाम क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी विराज पटेल को शाहजहांपुर की एक कॉलोनी से गिरफ्तार किया, जहां वह अपने दोस्तों से मिलने आया था।
शनिवार को उसे कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
आगे की कार्रवाई
क्राइम ब्रांच ने संकेत दिए हैं कि हत्या में **अन्य लोगों की भूमिका** की भी जांच की जा रही है। आरोपी विराज से पूछताछ जारी है।
परिजनों का बयान
कुशाग्र के पिता अजय सिंह ने कहा—
“हमें शुरू से ही बेटे की मौत पर संदेह था। स्थानीय स्तर पर मामले को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन क्राइम ब्रांच ने ईमानदार जांच कर सच्चाई सामने ला दी।”
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