लोक सभा अध्यक्ष 5 से 12 अक्तूबर 2025 तक ब्रिजटाउन, बारबाडोस में आयोजित होने वाले 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगे

इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष ने आज एक अंतर-मंत्रालय बैठक की अध्यक्षता की; वरिष्ठ अधिकारियों ने सम्मेलन में विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में शिष्टमंडल को जानकारी दी

भारतीय संसदीय शिष्टमंडल में राज्य सभा के उपसभापति, 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारी और सचिव शामिल

श्री बिरला 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन की आम सभा को ‘राष्ट्रमंडल: ग्लोबल पार्टनर ‘ विषय पर संबोधित करेंगे

भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के सदस्य इस सम्मेलन में आयोजित की जा रही सात कार्यशालाओं में भाग लेंगे

लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला 5 से 12 अक्तूबर 2025 तक ब्रिजटाउन, बारबाडोस में आयोजित होने वाले 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगे।

इसी संबंध में आज माननीय लोक सभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में विभिन्न मंत्रालयों की ब्रीफिंग बैठक आयोजित की गई, जिसमें भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों को सम्मेलन के विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई।

लोक सभा अध्यक्ष और राज्य सभा के उपसभापति, श्री हरिवंश के अलावा, भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारी और सचिव राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।

श्री बिरला 68वीं राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की आम सभा को ‘राष्ट्रमंडल:  ग्लोबल पार्टनर’ विषय पर संबोधित करेंगे।

इसके अलावा, भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के सदस्य निम्नलिखित सात कार्यशालाओं में भाग लेंगे:

कार्यशाला क (मेजबान शाखा द्वारा रखा गया विषय): लोकतंत्र के समर्थन के लिए अपनी संस्थाओं को सुदृढ़ करना।

कार्यशाला ख: प्रौद्योगिकी का उपयोग :  डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से लोकतंत्र का संवर्धन करना और डिजिटल विभाजन का सामना करना ।

कार्यशाला ग: सीएचओजीएम 2026 पर एक नज़र: महिलाओं और सुलभता की दृष्टि से मानवीय पहलू का समर्थन करना

कार्यशाला घ: जलवायु परिवर्तन और वैश्विक स्वास्थ्य पर इसका खतरा – स्थायी समाधान खोजना

कार्यशाला ङ :  लोकतंत्र में विश्वास बढ़ाना और पारदर्शिता लाना : संसदों और चुनावों में वित्तीय पारदर्शिता

कार्यशाला च : राष्ट्रीय संसद बनाम प्रांतीय, प्रादेशिक और हस्तांतरित विधानमण्डल : शक्तियों के पृथक्करण की रक्षा और संरक्षण

कार्यशाला छ: सुशासन, बहुपक्षवाद और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में राष्ट्रमंडल की भूमिका

आम सभा और कार्यशालाओं के अलावा, एक युवा गोलमेज सम्मेलन भी होगा जिसका विषय है “ सुरक्षित और स्वतंत्र रहकर उन्नति करना : गैंग वॉयलेन्स से लेकर साइबर-बुलिंग तक की आधुनिक चुनौतियों पर विजय पाने के लिए युवाओं को सशक्त बनाना।

ब्यूरो चीफ, रिजुल अग्रवाल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: