टी20 में युवाओं को मिले मौका
समय आ गया कि टीम इंडिया को टी20 क्रिकेट में उनकी जगह अन्य विकल्प आजमाने पर विचार करना चाहिए. गौरतलब है कि राजकोट में न्यूजीलैंड की ओर से रखे गए 197 रनों के लक्ष्य के जवाब में टीम इंडिया 156 रन ही बना पाई थी. भारतीय टीम को इस मैच में 40 रनों की हार का सामना करना पड़ा था. मैच के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि उनके बल्लेबाजों के प्रयास पर्याप्त नहीं थे. न्यूजीलैंड के बड़े टारगेट का पीछा करने के लिए इस मैच में टीम इंडिया के किसी बल्लेबाज को करीब 200 के स्ट्रॉइक रेट से बैटिंग करने की जरूरत थी.
राजकोट के मैच में जब विराट कोहली का स्ट्राइक रेट 160 के करीब था तब धोनी का स्ट्राइक रेट 80 के आसपास था. भारतीय टीम जब बड़े स्कोर का पीछा कर रही थी तब यह पर्याप्त नहीं था.’ उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि समय आ गया है कि धोनी टी20 फॉर्मेट में किसी युवा खिलाड़ी के लिए स्थान खाली करें. हां, वनडे क्रिकेट में वे (धोनी) टीम इंडिया के महत्वपूर्ण सदस्य हैं. इस मैच में धोनी ने 37 गेंदों पर 49 रन बनाए थे.
धोनी जब मैच में विराट कोहली के साथ बैटिंग के लिए आए थे तो टीम इंडिया को स्कोर 9.1 ओवर के बाद चार विकेट खोकर 67 रन था. इस दौरान जहां कोहली लगातार बाउंड्री लगा रहे थे, वहीं धोनी को तेजी से स्कोर बनाने में परेशानी हो रही थी. उन्होंने 16 रन तक पहुंचने में भी 18 गेंद खेल डाली थीं, इस कारण मैच कीवी टीम के पक्ष में चला गया. मैच के बाद वीवीएस लक्ष्मा ने कहा ‘टी20 मैचों में धोनी चार नंबर पर आते हैं. उन्हें गेंद पर नजर जमाने में ज्यादा वक्त लगता है और उसके बाद वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं.