कल साल का पहला सूर्य ग्रहण सावधान !

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हमारी पृथ्वी पर सूर्यादि ग्रहों का सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव सदैव से ही रहा है। सूर्यादि ग्रह नक्षत्रों पर घटने वाली घटनाओं से हमारी पृथ्वी अछूती नहीं रह सकती है। साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण 15 फरवरी 2018 को पड़ेगा। बता दें कि जनवरी 2018 में आए चंद्र ग्रहण के बाद अमावस्या को सूर्य ग्रहण पड़ेगा। सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं और इस दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है। यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण के समय वैज्ञानिक, सूर्य को नंगी आखों से न देखने की सलाह क्यों देते हैं यदि यह केवल मात्र खगोलीय घटना ही है। भारत की हर परंपरा के पीछे वैज्ञानिक कारण रहे हैं। आज वैज्ञानिक सुपर कम्प्यूटर के माध्यम से ग्रहण लगने और समाप्त होने का समय बताते हैं जबकि महाभारत काल में तो हमारे वैज्ञानिक ऋषि-मुनियों एवं गणितज्ञों ने त्रिकोणमिति अर्थात ट्रिग्नोमीट्री जो भारत की देन है की सहायता से 5000 साल पहले ही बता दिया था कि महाभारत युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र में पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा।

सूतक में कुछ काम हैं वर्जित

ग्रह दशा के मुताबिक सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है। इस दौरान कुछ काम करने की मनाही होती है। इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम करने से बचना चाहिए।

ग्रहण का समय-

भारतीय समय के मुताबिक यह ग्रहण 15 फरवरी की रात 12 बजकर 25 मिनट पर शुरू होगा और सुबह चार बजे इसका मोक्ष होगा। लेकिन बताया जा रहा है 15 फरवरी को सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा क्योंकि इसका असर आंशिक है।

इन बातों का रखें ध्यान

सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि सूतक हावी रहता है। ग्रहण के बाद गरीबों में अन्न या अपनी राशि के अनुसार दान करना अच्छा माना जाता है। ग्रहण में गर्भवती महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसी धारणा है कि उस वक्त की कुछ किरणें खतरनाक असर डाल सकती हैं। ग्रहण के दौरान पूजा पाठ का विधान है। 13 फरवरी को सूर्य मकर राशि से कुंभ राशि में अपना स्थान बदल रहा है। इसके बाद सूर्य ग्रहण है। ऐसी दशा में सभी 12 राशियों पर सूर्य के इस गोचर का असर देखा जाएगा। जहां एक तरफ कुछ राशियों के लिए यह ग्रहण अच्छा साबित होगा वहीं कुछ राशियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव रहेगा।

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