14 अगस्त 1947 पर टूटा था पंजाबी समाज के ऊपर कहर
बरेली : पंजाबी समाज के ऊपर कहर 15 अगस्त को देश आजादतो हुआ लेकिन 14 अगस्त की रात पंजाबियों का कहर बनकर टूटी और पंजाबी बर्बाद हो गया लेकिन पंजाबी कौम इतना दुख रहने के बाद भी अपनी मातृभूमि के लिए अपने देश के लिए देश के साथ खड़ा रहा और सहन करता रहा बहुत सी ऐसी माए जिनके लाल खो गए बहुत सी ऐसी बहने जिनके गर्भ में ही उनके बच्चों को मार दिया गया बहुत से ऐसे बुजुर्ग जिनको घरों के अंदर जला दिया गया बहुत सी ऐसी माय जिनके सिंदूर को मिटा दिया गया बहुत से ऐसे लोग जिनको अग्नि ही नसीब नहीं है पंजाबियों ने अपना सब कुछ बर्बाद होते हुए अपनी आंखों से देखा आज पंजाबी महासभा उस दर्दनाक हादसे में शहीद हुए उन लोगों को श्रद्धा सुमन अर्पित करती है आज आज पंकज अरोड़ा स्मारक पर पंजाबी महासभा द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें उन शहीदों को याद किया उस काली रात को जब अपने बुजुर्गों से कहानी के रूप में चुना जाता है तो दिल दहल उठता है कि हमारे बुजुर्गों ने इस प्रकार दुख सह ते हुए अपने परिवार को बचाते हुए अपने देश के साथ खड़े होने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष संजय आनंद , गुलशन आनंद , विशाल मेहरोत्रा , देवराज चंडोक , संजीव साहनी , कमल अरोरा , प्रिंस सोंधी , शिव मक्कड़ , मोहित अरोरा , राजकमल भसीन , रोहित सभरवाल , संजीव आनंद , हरजीत सिंह , दर्शन लाल भाटिया , अमित अरोरा , हरीश अरोड़ा , मनीष आहूजा , नेहा साहनी , सिम्मी आनंद , तिलक राज डिसूजा , मनमोहन सभरवाल , विपिन कोहली , डॉ पुनीत सरपाल रणजीत सिंह,सौरभ भसीन अंकुर भसीन सतीश कातिब,तिलक राज डूसेजा,अश्वनी ओबेरॉय आदि लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।