यूपी- दलितों में मुस्लिमों का खौफ, गौतम नगर को किया इस्लाम नगर
उत्तर प्रदेश में कासगंज के विवाद के बाद एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है ।पिछले 2 हफ्तों से अमरोहा के नोगावा सादात में मुस्लिमों पर दबंगई करने के आरोप लग रहे हैं । जानकारी के मुताबिक यहां मुस्लिम समुदाय के कुछ शरारती तत्वों ने दबंगई दिखाते हुए दलित मोहल्ले गौतम नगर का नाम बदलकर इस्लाम नगर कर दिया है। इस घटना के बाद से दलित परिवार खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं। दलितों ने इसकी शिकायत प्रशासन से भी की है । दलितों का आरोप है की प्रशासन ने उनकी समस्या पर कोई खास ध्यान नहीं दिया है। अमरोहा से बीजेपी के चेतन चौहान विधायक हैं और वे योगी सरकार में मंत्री भी हैं।
गौरतलब है कि अमरोहा जिले में करीब 42 फीसदी आबादी मुसलमानों और 21 फीसदी आबादी दलितों की है। जिले की जनसंख्या करीब 12 लाख है। इस इलाके में रहने वाले ज्यादातर दलित छोटे-मोटे काम करते हैं। कुछ मजदूरी करते हैं, कुछ सब्जियां बेचते हैं, तो कुछ मोची आदि का काम करते हैं। घटना के बारे में बात करते हुए दलित महिला ओमवती ने कहा कि वे आए दिन हमे धमकाते हैं। आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने नाम बदलने वाले दुकानदारों को समझाने की कोशिश भी की, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ ।
स्थानीय निवासी रूपचंद कहते हैं, ‘हमने उनसे बात करने की कोशिश की, समझाना चाहा…लेकिन वो मारपीट करने को तैयार हो गए’ । इसके अलावा जब हमने इस मामले की जानकारी गौतम नगर के मौजूदा वार्ड सभासद रईस अहमद से बात की तो उन्होंने बताया की बहुत पहले से यहां के हिन्दू और मुस्लिम मोहल्ले का अलग-अलग नाम इस्तेमाल करते हैं। इस बात पर झगड़े से कोई फायदा नहीं है जो लिखा है उसे लिखा रहने दो पर दोनों ही तरफ के शरारती तत्वों ने केवल बात बढ़ाने की कोशिश की है।
जबकि इस मामले में कस्बा नोगावा सादात के ही रहने वाले भाजपा के मुस्लिम कार्यकर्ता आफताब आडवाणी ने बताया की कुछ पाकिस्तान प्रेमी लोगों ने सपा सरकार में मोहल्ला गौतम नगर का नाम बदलने की कोशिश की थी, जिसका हमने उस समय भी विरोध किया था हम नाम बिलकुल नहीं बदलने देंगे ।
वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।स्थानीय थानाध्यक्ष ने बताया, ‘हमें इस बारे में 29 जनवरी को शिकायत मिली है और हम मामले की जांच कर रहे हैं। मामले की जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई या एफआईआर की जाएगी। इसके साथ ही जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने बताया, ‘किसी भी इलाके का नाम इस तरह से नहीं बदला जा सकता। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को आधिकारिक प्रस्ताव देना होता है, इसके बाद ही जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं।’