सदर अस्पताल में बिचौलियों का ये कैसा खेल,मरीज अस्पताल से पहुँच जाते हैं आयुष चिकित्सक के क्लिनिक
~पूरी तरह से सदर अस्पताल पर हावी हो चुका है बिचौलिया,
~कुछ पैसों की लालच में बिचौलिए मरीजों की ज़िन्दागी से करते हैं खिलवाड़
~सक्रिय रहती है खास कर महिला बिचौलिया
~पीड़िता से 900रुपये लेकर चार घंटे तक बरगला कर रखा गया क्लिनिक पर
जमुई:-सावधान!अगर घर की कोई महिला इलाज या प्रसव के लिए सदर अस्पताल आ रही है तो होशियार हो जाएं।सदर अस्पताल के चप्पे-चप्पे पर महिला दलाल सक्रिय है जो पीड़ित महिला को बरगला कर अस्पताल से किसी निजी क्लिनिक में ले जा कर उसका सौदा कर देती है।ऐसा ही एक मामला मंगलवार की शाम सदर अस्पताल जमुई में सामने आया
जहाँ सोनो के बुढ़ियालाते गांव की रहने वाली सोहाना खातून अपने पेट में दर्द का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुँची थी लाइन में लग कर पंजीयन करा कर पर्ची भी बनवाया उसके बाद पीड़िता अस्पताल में किसी रिश्तेदार को खोज ही रही थी कि इसी दौरान सक्रिय महिला दलाल प्रियंका देवी और पप्पी कुमारी ने उसे बेहतर इलाज का ख्वाब दिखा कर सरकारी अस्पताल का खौफ उसके अंदर पैदा कर उसे खैरा मोड़,पंचमन्दिर रोड स्थित एक आयुष चिकित्सक डॉ वरुण कुमार के क्लिनिक में पहुंचा दिया।
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*पीड़ित महिला को बरगला कर चार घंटे तक रखा क्लिनिक पर
पीड़ित महिला के वहाँ पहुंचते ही माहिर खिलाड़ियों ने महिला का ब्रेन वाश कर चिकित्सक से दिखाने के लिए 200 रुपया फीस भी जमा करवा दिया। और अल्ट्रासाउंड की जरूरत बताते हुए 700 रुपया जमा करा दिया।जब महिला को मामला समझ में आया तो दलाल दोनो महिला ने उसे 4 घंटे तक बरगला कर क्लिनिक पर बैठाए रखा गया।क्योंकि इस बात की जानकारी किसी को नहीं हो सके।किसी तरह महिला के परिजन एक रिश्तेदार को फोन कर सारी जानकारी दी तब महिला को क्लिनिक से बाहर निकाला जा सका।
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*रेफर बाय सदर अस्पताल लिख कर तैयार किया जाता है अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट
महिला के साथ आये युवक ने बताया कि मॉडर्न डायग्नोस्टिक सेन्टर में अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर रेफर बाय सदर अस्पताल लिखा गया है।जबकि सदर अस्पताल के पर्ची पर चिकित्सक ने कुछ लिखा ही नहीं था।बिल्कुल ब्लैंक पर्ची लिए थी पीड़ित महिला।आगे पीड़ित महिला ने बताई की दलाल ने ऐसी भूमिका बांधी की सदर अस्पताल में इलाज कराने से डर लगने लगा था क्लिनिक पहुंचने के बाद पूरा मामला समझ में आया।
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*घंटों से चल रहे इस खेल की भनक सिविल सर्जन को लग गई,
इधर संयोग से घंटों से चल रहे इस खेल की जानकारी किसी तरह सिविल सर्जन डॉ श्याम मोहन दास को मिल गई ,तब सिविल सर्जन ने तत्काल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद को खबर भेजी तब अस्पताल उपाधीक्षक ने आयुष क्लिनिक से महिला को अस्पताल बुलवाया।उसके बाद उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने उक्त महिला से पूरी मामले की जानकारी ली।और दलालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।इधर दोनो महिला दलाल उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद को आते देख फरार हो गई।उसके बाद पीड़ित महिला को परिजन के साथ वापस घर भेजा गया।इस एक पूरे घटना क्रम में सदर अस्पताल में सक्रिय दलाल व मरीजों के साथ हो रहे खेल को उजागर कर दिया।
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*कहते हैं सिविल सर्जन
इस सम्बंध में सिविल सर्जन डॉ श्याम मोहन दास ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।और दलालों से निपटने के लिए भी रणनीति बनाई जाएगी।साथ ही अल्ट्रासाउंड कर रिपोर्ट में रेफर सदर अस्पताल लिखने वाले मॉडर्न डायग्नोस्टिक सेंटर पर भी कार्रवाई की जाएगी।