15 शहरों में 664 किलोमीटर से भी अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजनाओं का काम फिलहाल प्रगति पर,

15 शहरों में 664 किलोमीटर से भी अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजनाओं का काम फिलहाल प्रगति पर, भारत में 515 किलोमीटर से भी ज्‍यादा लंबी मेट्रो लाइनें चालू : श्री हरदीप पुरी

आवास एवं शहरी मामलों के राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप एस. पुरी ने कहा है कि 15 शहरों में 664 किलोमीटर से भी अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजनाओं का काम फिलहाल प्रगति पर है,जबकि भारत में 515 किलोमीटर से भी ज्‍यादा लंबी मेट्रो लाइनें चालू हो चुकी हैं। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय से संबद्ध सलाहकार समिति के सदस्‍यों से आज यहां बातचीत करते हुए श्री पुरी ने हाल के महीनों में देश के शहरी परिवहन क्षेत्र में अपने मंत्रालय द्वारा की गई विभि‍न्‍न पहलों से उन्‍हें अवगत कराया। इसके अलावा सलाहकार समिति के सदस्‍यों को सतत शहरी परिवहन परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति से भी अवगत कराया गया। अनेक सांसद श्री भतृहरि महताब, श्री डी.डी. देवेगौड़ा, श्री गोकराजू गंगाराजू, श्री राजन बाबूराव विचारे, श्री रतन लाल कटारिया, श्री एस. एस. चौधरी और डॉ. श्रीकांत एकनाथ शिंदे ने भी इस बैठक में भाग लिया। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय में सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा और मंत्रालय एवं उसके विभिन्‍न निकायों के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने भी इस बैठक में हिस्‍सा लिया।

वर्तमान में चालू/क्रियान्वित की जा रही मेट्रो रेल परियोजनाओं का विवरण देते हुए श्री पुरी ने बताया कि अब कई नए शहर भी अपने यहां मेट्रो रेल प्रणालियां स्‍थापित करने के इच्‍छुक हैं। राज्‍य सरकारों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों को मेट्रो रेल नीति 2017 के प्रावधानों के अनुरूप विस्‍तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के साथ-साथ इसे पेश करने की सलाह दी गई है। उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली एवं मेरठ, दिल्‍ली एवं पानीपत और दिल्‍ली एवं अलवर के बीच 373 किलोमीटर लंबी क्षेत्रीय रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजनाओं की दिशा में तैयारी की जा रही है। बैठक में मौजूद सदस्‍यों को जानकारी देते हुए सचिव ने बताया कि सभी नई मेट्रो परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई है जिनके तहत यात्रियों के लिए अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी के प्रावधान को ध्‍यान में रखना होगा।

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