रक्षा मंत्री ने कारगिल विजय दिवस के 20 साल पूरे होने पर मशाल प्रज्ज्वलित की

ऑपरेशन विजय की सफल परिणति की इस वर्ष 20 वीं वर्षगांठ है, जिसमें भारतीय सेना के बहादुर जवानों ने कारगिल युद्ध जीतने के लिए दुर्गम बाधाओं, दुश्मन के इलाकों, विपरीत मौसम और कठिनाइयों से पार करते हुए दुश्मन के कब्जा करने के इरादों को नाकाम कर दिया था।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, भारतीय सेना अपने बहादुर शहीदों की याद में धूमधाम तरीके से इस जीत का जश्न मना रही है।

राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली से कारगिल युद्ध स्मारक, द्रास तक एक विजय मशाल की यात्रा (रिले) समारोह के प्रमुख तयशुदा कार्यक्रमों में से एक है। विजय मशाल कारगिल युद्ध के शहीदों के बलिदान का प्रतीक है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज सेना के प्रसिद्ध निशानेबाज सूबेदार जीतू राय को मशाल सौंपी। इससे पहले थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में इस मशाल को प्रज्वलित किया। विजय मशाल कारगिल युद्ध के शहीदों के बलिदान का प्रतीक है।

विजय मशाल को भारतीय सेना के उत्कृष्ट खिलाड़ियों और युद्ध नायकों द्वारा ले जाया जाएगा। यह मशाल रिले उत्तर भारत के नौ प्रमुख कस्बों और शहरों से होते हुए अंत में 26 जुलाई 2019 को द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक पर समाप्त होगी जहां यह थलसेना अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। यात्रा के दौरान, भारतीय सेना के जवान उन नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित जो राष्ट्र के लिए वीरता से लड़े थे।

विजय मशाल का डिजाइन भारतीय सेना में मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर सैनिकों के धैर्य, हिम्मत और गौरव से प्रेरित है। मशाल तांबे, पीतल और लकड़ी से बनी है जो हमारे बहादुर नायकों के तप और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। मशाल के ऊपरी हिस्से में धातु की अमर जवान नक्काशी है, जो शहीद सैनिकों का प्रतीक है। मशाल के लकड़ी वाले निचले हिस्से में अमर जवान के 20 स्वर्ण शिलालेख हैं जो कारगिल विजय के 20 गौरवशाली वर्षों को दर्शाते हैं।

इस विजय मशाल और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से कारगिल वॉर मेमोरियल तक अनन्त लौ की यात्रा, कारगिल विजय दिवस की 20 वीं वर्षगांठ का थीम ‘रिमेंबर, रिज्वाइस एंड रिन्यू’ को जीवंत करती है। हम अपने शहीदों के बलिदान का जिक्र करते हुए उन्हें ‘याद’ (रिमेंबर) करते हैं, हम कारगिल में जीत का जश्न मनाते हुए ‘आनंदित’ (रिज्वाइस) होते हैं और हम तिरंगे के सम्मान की रक्षा के लिए अपने संकल्प को ‘दोहराते’ (रिन्यू)हैं।

इस कार्यक्रम में जीओसी-इन-सी-सी उत्तरी कमान लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह; लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी, जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कोर; सूबेदार संजय कुमार और बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य लोगों ने भी हिस्सा लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: