राम मंदिर विवाद – नदवी पर 1000 करोड़ और जमीन लेकर, मंदिर बनवाने का लगा आरोप

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6 दिसंबर 1992 को बाबी मस्जिद विध्वंस के बाद से ही ये मुद्दा देश की राजनीति का आधार बना हुआ है । देश ने इस मुद्दे पर कई सरकारें बनती और गिरती हुई देखी हैं। हाल ही में अयोध्या मामले की सप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मिलकर कोई हल निकालने की कोशिशों में लगे , लेकिन इन कोशिशों ने अब एक नया मोड़ ले लिया है । आर्ट ऑफ लिविंग के श्रीश्री रविशंकर के करीबी रहे अमरनाथ मिश्रा ने मौलाना सलमान नदवी पर आरोप लगाया है कि अयोध्या में दूसरी जगह मस्जिद बनाने के लिये पैसे, जमीन और पद की डिमांड नदवी ने की है।

गौरतलब है कि अयोध्या और बाबरी मामले को लेकर 9 फरवरी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्रीश्री रविशंकर से भी मिल चुके हैं । जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं भी काफी गर्म रही, जिसके बाद से ही नदवी ने दोनों धर्मों के लोगों के दिलों में जगह बनाने की बात करते हुए यह फैसला लिया था। और एक बयान जारी करते हुए कहा था कि अयोध्या में मस्जिद को शिफ्ट किया जा सकता है ।

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लेकिन अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि 5 फरवरी को वह मौलाना से बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि के मुद्दे को लेकर मिले थे, जिसके बाद ही मौलाना ने अपनी डिमांड उनके सामने रखी। अमरनाथ मिश्रा ने आगे बताते हुए कहा कि उन्हें नदवी ने लिखित रूप से यह प्रपोजल देने की बात कही थी, जिसके बाद उन्होंने ऐसा ही किया, इस पेपर को सभी को फॉरवर्ड भी किया गया. आरोप है कि इसी दौरान नदवी ने अयोध्या में मक्का मस्जिद बनाए जाने के लिए 1000 करोड़ रुपए, 200 एकड़ जमीन और राज्यसभा सदस्य बनाए जाने की डिमांड की।

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हालांकि इसके विपरीत नदवी ने इस आरोप को हास्यास्पद कहा है,और बताया कि वो अमरनाथ मिश्रा को नहीं जानते हैं। मौलाना नदवी ने अमरनाथ मिश्रा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच टकराव पैदा करना चाहते हैं । अमरनाथ भगवान के मंदिर और अल्लाह के मस्जिद निर्माण को लेकर सिर्फ अड़चनें खड़ी कर रहे हैं. नदवी ने कहा कि मैं वहीं हूं जिसने राम मंदिर के निर्माण को लेकर हामी भरी थी, जिसके लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने उन्हें बोर्ड से निकाल दिया था।

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