राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द जी ने ‘वतन को जानो’ कार्यक्रम में भाग लेने वाले युवाओं को संबोधित किया

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मुझे आप लोगों से मिलकर बहुत खुशी हो रही है। मुझे बताया गया है कि आप लोगों को आपके जिलों से चुनकर भेजा गया है। आप जैसे होनहार बच्चे ही आने वाले कल के भारत की तस्वीर बनाएंगे।

वतन को बनाने के लिए वतन को ठीक से जानना भी जरूरी होता है। इसके लिए घर से बाहर निकलकर नई जगहों और नए लोगों के बारे में जानना होता है। मुझे यह भी बताया गया है कि आप लोगों ने आगरा, जयपुर, अजमेर और दिल्ली में बहुत सी जगहें देखी हैं। आप लोगों ने इन शहरों के लोगों को देखा, उनके खाने-पहनने के तौर-तरीके देखे। आप सबको ऐसा जरूर लगा होगा कि वे लोग थोड़े अलग से लगते हुए भी आप जैसे ही हैं। वे आप सबके हम-वतन हैं और आप सबसे मोहब्बत करते हैं।

मुझे उम्मीद है कि आप में से बहुत से बच्चों को परवेज़ रसूल के बारे में मालूम होगा। परवेज़ भारत की क्रिकेट टीम में खेला करते हैं। शुभम खजूरिया ने भी युवा क्रिकेट खिलाड़ियों में अपनी पहचान बनाई है। आप में से कुछ बच्चों ने शाह फैसल का नाम भी सुना होगा जो सन 2009 में भारत के सबसे बड़े इम्तिहान में अव्वल आए और IAS अफसर बने। सन 2015 के IAS के इम्तिहान में अतहर आमिर खान सेकंड पोजीशन पर आए। लड़कियों में IAS बनने वाली आयुषी सूदन का नाम भी उल्लेखनीय है। लगभग बीस वर्ष की आयु में ही राहुल डोगरा ने अपनी अद्भुत चित्रकला से लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।

पिछले नवंबर में देश के कुछ कामयाब बच्चों को, इसी राष्ट्रपति भवन में ‘नेशनल चाइल्ड अवॉर्ड’ दिए गए। उन बच्चों में ज़ायरा वसीम भी थी। उस बच्ची से मिलकर भी मुझे वैसी ही खुशी हुई थी जैसी आज आप लोगों से मिलकर हो रही है। मुझे ऐसा लगता है कि सात-आठ साल की उम्र में ही ‘वर्ल्ड किक-बॉक्सिंग चैंपियनशिप’ में गोल्ड मेडल जीतकर तजामुल इस्लाम आप सबकी फेवरिट बन गई होगी।

मैंने अखबारों में देखा कि पिछले साल जम्मू-कश्मीर के तीस-बत्तीस बच्चे IIT और NIT में दाखिले के लिए कड़ा इम्तिहान पास करके कामयाब हुए।

इस तरह जम्मू-कश्मीर के बच्चों की कामयाबी की फेहरिस्त गिनाते जायें तो सिलसिला चलता ही रहेगा। पूरे वतन को जम्मू-कश्मीर के होनहार बच्चों पर नाज़ है। आप सभी बच्चों में बेहतरीन टैलेंट है और आप सभी कामयाबी की बुलंदियां हासिल कर सकते हैं।

मुझे पूरी उम्मीद है कि आप सब भी कामयाबी की नई मिसालें कायम करेंगे। साथ ही आप अमन-परस्ती का पैगाम अपने साथियों और अपने आस-पास के लोगों में फ़ैलाएंगे। मैं आप सब की कामयाबी और खुशी के लिए दुआ देता हूं। आप सभी प्यारे बच्चे हमेशा खुश रहें, कामयाब रहें।

 

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