पूनम तिवारी ने अपने बेटे सूरज की अर्थी के सामने गाया लोकगीत,
ये देखकर आज एक बार फिर ‘माँ’ की ताकत का अहसास हुआ।
छत्तीसगढ़ की लोक गायिका पूनम तिवारी ने अपने बेटे सूरज की अर्थी के सामने गाया लोकगीत। सूरज की इच्छा थी कि उसके जाने के बाद माँ रोए नहीं। आपको सलाम करता हूँ माँ, आपसे ही इस देश की पहचान है।