पीयूष गोयल लंदन में जेटको बैठक को सम्‍बोधित करेंगे और भारत दिवस सम्‍मेलन में शामिल होंगे

केन्‍द्रीय वाणिज्‍य तथा उद्योग और रेलमंत्री श्री पीयूष गोयल 14  जुलाई, 2019 से तीन दिन की यात्रा पर ब्रिटेन जाएंगे।

अपनी यात्रा के पहले दिन वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे और भारतीय व्‍यापार नेताओं से बातचीत करेंगे। 15 जुलाई को श्री पीयूष गोयल लंदन में भारत-ब्रिटेन संयुक्‍त आर्थिक व्‍यापार समिति (जेटको) की बैठक को सम्‍बोधित करेंगे। श्री पीयूष गोयल जेटको के पूर्ण सत्र में मुख्‍य भाषण देंगे। श्री गोयल ब्रिटेन के अंतर्राष्‍ट्रीय व्‍यापार मंत्री डॉक्‍टर लिएम फॉक्‍स के साथ भी बैठक करेंगे।

जेटको वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री के स्‍तर पर भारत-ब्रिटेन व्‍यापार तथा आर्थिक संबंधों की समीक्षा करती है। अब तक जेटको की 12 बैठकें हो चुकी हैं। पिछली बैठक लंदन में 11 जनवरी, 2018 को हुई थी। भारत-ब्रिटेन जेटको की स्‍थापना 13 जनवरी, 2005 को की गई थी ताकि रणनीतिक आर्थिक संबंध को आगे बढ़़ाया जाए और द्विपक्षीय व्‍यापार निवेश बढ़ाने के लिए व्‍यवसाय के उपाय विकसित किए जाएं।

श्री पीयूष गोयल यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन(यूसीएल) उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र जाएंगे। यह केन्‍द्र भारतीय साझेदारों के साथ आर्टिफिसि‍यल इंटेलीजेंस (एआई) में अवसर तलाश रहा है। सर डोमिनिक एसक्विथ तथा ब्रिटेन के कारोबारी हस्तियां, व्‍यवसायिक सुगमता के बारे में भारत की प्रगति पर वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री से विचार-विमर्श करेंगे।

वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री 16 जुलाई, 2019 को  लंदन में भारत दिवस समारोह में भाग लेंगे। इसका आयोजन संयुक्‍त रूप से  ब्रिटेन की सरकार तथा लंदन शहर की ओर से किया जा रहा है। इसमें ब्रिटेन तथा भारत के वित्‍तीय क्षेत्र के 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। प्रतिनिधियों में वरिष्‍ठ बैंकर, सीएफओ, प्रमुख अंतर्राष्‍ट्रीय संस्‍थागत निवेशक, वकील, बीमा ब्रोकर तथा फंड मैनेजर शामिल हैं। भारत दिवस बाजार खुलने के समारोह से शुरू होगा। इसमें लंदन स्‍टॉक एक्‍सचेंज की घंटी बजाई जाएगी।

इस समारोह से भारत और ब्रिटेन की वित्‍तीय सेवा क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत बनेगा तथा दोनों देशों के संबंधों के लिए भविष्‍य के अवसरों की तलाश की जाएगी। यह समारोह भारत और ब्रिटेन के बीच आगामी 10वें आर्थिक तथा वित्‍तीय संवाद में पारस्‍परिक सहयोग के लिए नए विचार देने में सहायक होगा।

इसका प्रमुख उद्देश्‍य लंदन शहर के जाने-माने संस्‍थागत निवेशकों को भारत में निवेश करने के अवसरों को दिखाना है। वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री ग्रीन ग्रोथ इक्विटी फंड के अंतर्राष्‍ट्रीय निवेशकों में प्रोफाइल को बढ़ायेंगे। ग्रीन ग्रोथ इक्विटी फंड संयुक्‍त रूप से ब्रिटेन और भारत की सरकार ने राष्‍ट्रीय निवेश और अवसंरचना निधि(एनआईआईएफ) के माध्‍यम से 120 प्रत्‍येक देश के मिलीयन पांड के निवेश से बनाया है।

ब्रिटेन भारत में तीसरा सबसे बड़ा प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेशक है और भारत के प्रमुख व्‍यापारिक साझेदारों में एक है। भारत और ब्रिटेन का व्‍यापार 2018 में 13.6 बिलियन यूरो का हुआ। 2002 और 2018 के बीच दोनों देशों का व्‍यापार प्रतिवर्ष 8.8 प्रतिशत की औसत दर से बढ़ा।

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