फूलो की बारिश से हजयात्रियों का इस्तक़बाल !
बाद नमाज़े जुमा मस्जिदों में हजयात्रियों के सफ़र की सलामती के लिये हुई खास दुआ। बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने इस मुबारक मौके पर कहा कि हज तौबा का नाम हैं हज हम सबको एक होने की सीख भी देता हैं !
चाहे किसी की मुल्क़ का इंसान हो अराफ़ात के मैदान में एक कलर का लिबास एहराम और हर लब पर एक ही दुआ “लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक,लब्बैक ला शरीका लका लब्बैक,इन्नल हम्दा वन नेअमता,लकावल मुल्क़,ला शरीक़ा लक” की सदाए, ये अल्लाह का इशारा हैं वो हज के जरिये ये पैग़ाम देता हैं कि सब एक हो जाओ,एकता से ही मंज़िल और कामयाबी मिलती हैं। बरेली हज सेवा समिति के तत्वाधान में आज़मीन ए हज का आज भी शानदार इस्तक़बालिया प्रोग्राम किया गया लगभग 250 हजयात्री लखनऊ हज हाऊस के लिये ट्रेनों व अपने वाहनों और रोडवेज से रवाना हुऐ।रोड़वेज पर हज सेवा टीम के हजयात्रियों का फूलो की बारिश और फूलो के हार पहनाकर गुलपोशी कर ज़ोरदार इस्तक़बाल किया।इस तरह बरेली जंक्शन स्टेशन पर हजयात्रियों को रवानगी हुई,आज़मीने हज के अज़ीज़दारो ने नम आंखों से रुख़्सती दी और अपनी अपनी दुआ की दरख़ास्त के साथ मुल्क़ व मिल्लत की तरक़्क़ी के लिये खासतौर से दुआ को कहा। इस मौके पर मोहसिन इरशाद,आसिम हुसैन,पवन कालड़ा,हाजी साकिब रज़ा खाँ, अहमद उल्लाह वारसी,हाजी अज़ीम हसन,हाजी उवैस खान,नजमुल एसआई खान,फहीम क़ुरैशी,हाजी ताहिर,सय्यद फरहत अली,हाजी मोनिस,आसिम इरशाद,मो फैज़ान रज़ा,सय्यद इक़रार हुसैन आदि सहित बड़ी तादात में आज़मीने हज के अज़ीज़दार शामिल रहे।रोड़वेज पर विदाई के वक़्त शायर आरिफ उस्मानी अपने शेर में कहा कि “नज़र में बसाकर बहारे मदीना’,मदीने चला बेकार रे मदीना।। बाद नमाज़े जुमा मस्जिद नोमहला,कोतवाली की मोती मस्जिद में हाफ़िज़ चाँद खान,खन्नु मोहल्ले की मस्जिद दादा मियां,मलूकपुर की मस्जिद मुफ़्ती ए आज़म हिन्द आदि मस्जिदों में हजयात्रियों की सलामती को ख़ुसूसी दुआ नमाज़ियों ने की।