हज यात्रा पर अब देसी मसालों से नहीं बनेगी बिरयानी,खुले मसाले ले जाने पर पाबन्दी !
हज सेवा समिति के अध्यक्ष पूर्वमंत्री हाजी अताउर्रहमान ने कहा कि हज कमेटी ऑफ इंडिया ने गाईड लाइन जारी कर खुले मसाले हज यात्रा पर साथ लेने जाने पर पाबंदी,आज शहर से कुछ लोग उमराह पर भी गये तो उन्होंने आजमीन को मुबारक़ बाद दी, ब्रांडेड मसालों का लगेगा तड़का,हज के पवित्र सफर पर जाने वाले आजमीन देसी जायके के लिए सिर्फ ब्रांडेड मसाले ही लेकर जाएंगे।
हज के पवित्र सफर पर जाने वाले आजमीन देसी जायके के लिए सिर्फ ब्रांडेड मसाले ही लेकर जाएंगे। कोई भी अगर खुले मसाले लेकर गया तो एयरपोर्ट पर ही उसे निकाल लिया जाएगा। हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने बताया कि व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर है हज कमेटी,हज कमेटी ऑफ इंडिया आजमीन की व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर है। भारत से जाने वाले यात्रियों के लिए नई गाइड लाइन के मुताबिक स्वास्थ्य प्रमाण पत्र ले जाना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही खुले मसाले ले जाने पर भी पाबंदी लगा दी है। देसी खानपान के लिए आजमीन यहां से सिर्फ ब्रांडेड मसाले ही लेकर जा सकेंगे। पिसे मसालों में लाल मिर्च,काली मिर्च,पीली मिर्च,धनिया,हल्दी के अलावा जीरा,नारियल बुरादा, छोटी इलायची,बड़ी इलायची, दालचीनी,तरबूज का बीज ब्रांडेड ले जा सकते हैं।खाने के सामान में चावल हो आटा हो या फिर दाल मसाला सब कुछ पेकिंग में ही होगा,इसके अलावा खुले मसालों को एयरपोर्ट पर ही रोक दिया जाएगा। बरेली हज सेवा समिति के सचिव अहमद उल्लाह वारसी व मीडिया प्रभारी हाजी साकिब रज़ा ने कहा कि ट्रेनिंग शिविरों में जिलाभर के हज यात्रियों को हज ट्रेनर द्वारा लोगों को मसालों के बारे में भी बताया जा जाएगा,जिससे वे खुले मसाले न लेकर जाएं,देसी बिरयानी के ज्यादा शौकीन,उत्तर प्रदेश के लोगों को दम बिरयानी ज्यादा पसंद है। वहां इस बिरयानी का चलन नहीं है। बिरयानी के लिए बासमती चावल,साबुत सौंफ-धनिया,गर्म मसाले आदि सामान का इस्तेमाल होता है। मीट तो वहां उपलब्ध हो जाता है। बिरयानी के लिए बाकी सामान लोग यहीं से लेकर जाते हैं,एयरपोर्ट पर रोक लिए जाएंगे खुले मसाले,देसी जायके के लिए ब्रांडेड पैक मसाले ही सऊदी अरब ले जाने की इजाजत होगी। एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान खुले मसालों को रोक लिया जाएगा। इसलिए आजमीन अपने साथ ब्रांडेड मसाले ही लेकर जाएं तो बेहतर रहेगा। बरेली हज समिति के कार्यालय पर हुई मीटिंग में मुख्य रूप से क़दीर अहमद,आसिम हुसैन,हाजी यासीन कुरैशी,मोहसिन इरशाद,एम अफ़ज़ाल बेग,नजमुल एसआई खान,हाजी उवैस खान,मो फैज़ान रज़ा,हाजी फय्याज हुसैन,हाजी मोनिस सहित तमाम उमराह यात्री शामिल रहे।