एक मीनार मस्जिद कोहाड़ापीर पर हज यात्रियों का जमावड़ा !
जब उन लोगों से बातचीत की गई उन्होंने बताया कि हम मुस्लिम लोगों में हज यात्रियों मैं एक बड़ी परंपरा है कि आपसी मनमुटाव, लड़ाई दुश्मनी किसी से भी द्वेष भावना, सारे गिले शिकवे यहीं पर छोड़ कर मक्का मदीना तीर्थ स्थल हज यात्रा के लिए चले जाते हैं !
सारे सुख दुख वही दूर होते हैं , 40 दिनों तक वही रहना होता है, वहीं पर जब उनसे बात की गई कि कुछ लोगों का कहना है कि मक्का मदीना जाते हैं तो लौट कर नहीं आ पाते हैं तो उन्होंने बताया कि नहीं ऐसा कुछ नहीं है यह अफवाह है मक्का मदीना की भी कुछ परंपराएं हैं वह निभाते हुए चलना पड़ता है और जो लोग घर परिवार से सुखी होते हैं उन्हें लोगों की हज यात्रा सफल मानी जाती है यह लोग काफी धूमधाम से हज यात्रियों का स्वागत करते हैं सभी से गले मिलते हैं दुआएं लेते हैं और जब आपस में मिल बांट कर भोजन ग्रहण करते हैं इसी तरह से आते समय भी सभी लोग मिल बांट कर भोजन की प्रक्रिया फिर से करते हैं एक तरह से कहे तो खुशी का माहौल दिखाई पड़ता है।