कमिश्नर ने 10 महिलाओं के ई-रिक्शा को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

बरेली 25 जुलाई। कमिश्नर डा0 पी0वी0 जगनमोहन ने कमिश्नर परिसर में 10 महिलाओं के ई-रिक्शा को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। अपने सम्बोधन में कमिश्नर ने कहा कि ई-रिक्शा महिला सशक्तीकरण व स्वावलम्बन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगे।

 

 

दूसरी तरफ महिलाओं को इससे सीख मिलेगी। महिलाओं की आर्थिक स्वनिर्भरता समाज को मजबूत करेगी। गृह लक्ष्मी, धनलक्ष्मी बनेगी। घर की महिला के आत्मनिर्भर होने से परिवार खुशहाल होता है। महिलाओं के हाथ में रहने वाले पैसे का सदैव सदुपयोग होता है। इस अवसर पर कमिश्नर ने स्वयं सहायता समूह के अच्छे समूहों की महिलाओं को प्रशास्ति पत्र भी दिये। भारी संख्या में स्वयं सहायता समूह की उपस्थिति व उनके आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदमों से कमिश्नर ने प्रसन्नता जाहिर की।

गत एक वर्ष में महिला स्वावलम्बन व सशक्तीकरण हेतु किये गये कार्यो की एक पुस्तिका का कमिश्नर डा0 पी0वी0 जगनमोहन ने विमोचन किया। जिलाधिकारी श्री वीरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा ड्रेस वितरण, सेनेटरी पेड वितरण, ई-रिक्शा चलाने, जरी-जरदोजी का कार्य करने से स्वावलम्बन हुआ है। महिलाओं में हिम्मत बढ़ी है। अन्य महिलाओं में आत्मनिर्भरता का संदेश जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी श्री सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि 147 स्वयं सहायता समूहों ने 393 प्राइमरी स्कूलों 42 हजार स्कूल ड्रेन बनाकर वितरित की इसके लिये उन्हे 84 लाख रुपया समूह को भुगतान मिला। कई समूह कैन्टीन चला रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटरी पैड वितरण का कार्य महिला समूह द्वारा किया जा रहा है। हर ब्लाक में 5 समूह यह कार्य कर रहे है। घर-घर जाकर लोकास्ट सेनेटरी पैड वितरण होने से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में इसकी उपयोगिता बढ़ेगी जो स्वास्थ की दृष्टि से अच्छा साबित होगी।

जरी-जरदोजी के कार्य के 32 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। 65 हजार महिला/पुरुषों को आर्टीजन कार्ड का रजिस्ट्रेशन कराया गया। प्रति ब्लाक 10 समूहों को जरी-जरदोजी के कार्य से जोडकर लगभग 20 हजार महिलाओं का जरी के कार्य में नियोजित किया जा रहा है। गांवों में पानी की गुणवत्ता के लिये आर0ओ0 प्लांट भी महिला समूह लगा रही है। महिला समूह के उत्पाद आनलाइन विक्रय हेतु ‘‘महिला ई-हाट‘‘ खोलने की कार्यवाही हो रही है जिसमें उत्पाद अपलोड होगे। कुछ महिला समूहों ने अपने स्वावलम्बन के अनुभव सुनाये। महिला सशक्तीकरण व स्वावलम्बन के इस भव्य कार्यक्रम में जय दुर्गे मॉ, गंगा, साई, पारवी व तवस्सुम महिला स्वयं सहायता समूहों को अच्छे कार्यो पर कमिश्नर ने प्रशास्ति पत्र दिये। ई-रिक्शा लेने वाली महिलाओं में निधि सक्सैना, फरहाना खान, गुडिया वी, नजमा वी, पुुुष्पा देवी, तयावा, गीता राना, शहीन फातिमा, रीना सिंह रही। इस महिलाओं को पूर्व से ड्राइविंग का प्रशिक्षण दिलाया गया उनके ड्राइविंग लाइसेंस बनवाकर बैंक से ऋण आदि की सुविधा की व्यवस्था करायी गई। कमिश्नर डा0 पी0वी0 जगनमोहन ने कहा कि यह शुरुआत है आगे महिलायें और बढ़ेगी।

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