डीआईपीपी स्वच्छ भारत ग्रैंड चैलेंज अवार्ड्स प्रदान किये गये

औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) ने 01 से 15 नवम्‍बर, 2018 तक स्‍वच्‍छता पखवाड़े के अंतर्गत स्वच्छ भारत ग्रैंड चैलेंज का आयोजन किया।

                                                                           डीआईपीपी सचिव रमेश अभिषेक स्‍वच्‍छ भारत ग्रैंड चैलेंज के विजेताओं के साथ

यह आयोजन देश में डीआईपीपी द्वारा मान्‍यता प्राप्‍त स्‍टार्टअप्‍स के नवोन्‍मेषी समाधानों को सम्‍मानित करने के लिए किया गया। ग्रैंड चैलेंज के लिए चार क्षेत्रों – स्‍वच्‍छता, अपशिष्‍ट प्रबंधन, जल और अपशिष्‍ट जल प्रबंधन तथा वायु प्रदूषण का चयन किया गया।

22 राज्‍यों के 70 जिलों से 165 आवेदन प्राप्‍त हुए। स्‍टार्टअप्‍स से विलक्षण समाधान प्राप्‍त हुए, जिन्‍होंने बौद्धिक संपदा अधिकारों के लिए भी आवेदन किया है।

स्‍वच्‍छ भारत ग्रैंड चैलेंज के लिए प्रथम पुरस्‍कार 2 लाख रुपये तथा दूसरे पुरस्‍कार के लिए 01 लाख रुपये और साथ ही प्रशंसा प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। विभिन्‍न श्रेणियों के विजेता निम्‍नलिखित हैं –

पुरस्‍कार क्षेत्र-वायु विवरण स्‍थान
प्रथम पुरस्‍कार मैकलेक टेक्निकल प्रोजेक्‍ट लैब्रटॉरी प्राइवेट लिमिटेड एमवी-1 (उत्पाद) यातायात के वाहनों से उत्सर्जित प्रदूषकों को इकट्ठा करता है और पीएम, धूल के कणों तथा संपीडि़त वायु का इलेक्ट्रिक उत्‍पादन के लिए भंडारण करता है। दिल्‍ली
दूसरा पुरस्‍कार स्‍मॉल स्‍पार्क कॉन्‍सेप्‍ट्स टेक्‍नोलॉजिस प्राइवेट लिमिटेड एससीएचओआरएलटीएम एयर फिल्‍टर टेक्‍नॉलॉजी है, जो ऊष्‍मा के संचरण को बढ़ाने के लिए इंजन को आपूर्ति किये जाने वाले ईंधन के दहन को बेहतर बनाती है, इसका पेटेंट लंबित है। महाराष्‍ट्र (पुणे)
क्षेत्र-स्‍वच्‍छता
प्रथम पुरस्‍कार ऑल्‍टरसॉफ्ट इनोवेशन्‍स इंडिया प्रा.लिमिटेड स्‍व-सफाई सुविधा, फर्श की सफाई की अवधारणा तथा उपयोग की निगरानी के लिए आईओटी सक्षम कंट्रोल बोर्ड युक्‍त इंटेलीजेंट पब्लिक टॉयलेट्स (आईपी टॉयलेट) केरल (कोच्चि)
दूसरा पुरस्‍कार नेचर्सएनी प्रा.लिमिटेड गंधहीन, जल रहित और रसायन मुक्‍त मूत्रालय प्रणालियों का निर्माण करती है, जो एक ऐसा एयर लॉक सिस्‍टम उपलब्‍ध कराती है, जो मूत्र को हवा या ऑक्‍सीजन के सम्‍पर्क में नहीं आते देता। तेलंगाना
क्षेत्र-अपशिष्‍ट
प्रथम पुरस्‍कार संशोधन एन ई-वेस्‍ट एक्‍सचेंज प्रा.लिमिटेड ई-वेस्‍ट एक्‍सचेंज लोगों को सरकार के नियमों का पालन करते हुए अपने ई-कचरे का निपटान करने में समर्थ बनाता है। तेलंगाना
दूसरा पुरस्‍कार फ्लाईकैचर टेक्‍नोलॉजिज एलएलपी कचरा सामग्री को संसाधित करने के लिए भंडारण इकाइयां सृजित करता है, जिससे घरेलू रसोई-घर में इस्‍तेमाल होने वाली बायो-गैस का उत्‍पादन होता है। महाराष्‍ट्र (मुम्‍बई)
क्षेत्र-जल
प्रथम पुरस्‍कार आरईवीवाई एनवॉयरमेंटल सोल्‍युशन्‍स प्रा.लि. 650 संख्‍या से अधिक के विविध बैक्‍टीरिया की  अवायवीय दानेदार गाद का सृजन करता है, जिसका इस्‍तेमाल अपशिष्‍ट जल  को उपचारित करने के लिए किया जाता है। इस जल को सीधे सिंचाई के लिए इस्‍तेमाल में लाया जा सकता है। गुजरात
दूसरा पुरस्‍कार ईएफ पॉलीमर प्रा.लि. एक ऐसे मिश्रण का सृजन किया है, जो प्राकृतिक तरीके से सड़नशील कचरे को इस्‍तेमाल करते हुए जल को अवशोषित और प्रतिधारित करता है। यह मिश्रण पानी को सोख लेता है और उसे खेतों में बहने से रोकता है। राजस्‍थान

डीआईपीपी द्वारा नवम्‍बर में आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के दौरान विभिन्‍न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें उद्योग भवन के गलियारों, कार्यालय परिसरो, अहातों और पार्किंग स्‍थल की सफाई आदि शामिल हैं।

ये पुरस्‍कार आज नई दिल्‍ली में डीआईपीपी सचिव रमेश अभिषेक ने प्रदान किये।

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