डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए, चेक से लेनदेन बंद कर देगी सरकार
नोटबंदी के सफल प्रयोग के बाद केंद्र सरकार डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए एक नयी योजना पर काम कर रही है , जिसके मुताबिक देश में चेक
बुक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लग जायेगा , क्यूंकि नोटबंदी का असर कुछ महीनो तक तो लोगो पर दिखा और लोगो ने डिजिटल ट्रांजेक्शन पर जोर भी
दिया। लेकिन देश में फिर से नकद से लेनदेन को बढ़ते हुए देख अब मोदी सरकार चेक बुक और कैश से होने वाले सभी ट्रांजेक्शन को महंगा करने की तैयारी कर ली है
सरकार के खर्च में आएगी कमी
अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ ने बताया की सरकार 25,000 करोड़ रुपए सिर्फ नोटों की छपाई पर खर्च करती है। वहीं, दूसरी ओर 6000 करोड़ रुपए उन नोटों की सुरक्षा पर खर्च किए जाते हैं। इस तरह नोटों की छपाई और रखरखाव में कुल 31000 करोड़ का खर्च किया जाता है। यदि कैशलेस इकोनॉमी कामयाब होती है तो सरकार के खर्च में बड़ी कमी आएगी।
सरकार बढ़ाए डेबिट-क्रेडिट का इस्तेमाल
द्योग संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए सरकार को डेबिट तथा क्रेडिट कार्डों के इस्तेमाल को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संभावना है कि डिजिटल लेनदेन को उत्साहित करने के लिए सरकार आने वाले वक़्त में चेक बुक सुविधा को वापस ले सकती है।