तेजस्वी ने जारी किया बिहार सरकार का रिपोर्ट कार्ड, नीतीश से पूछे तीखे सवाल
पटना : नेता प्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार सरकार के एक साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड यानि आरोप पत्र जारी किया। पटना के 5 देश रत्न मार्ग में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी ने रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई तीखे सवाल भी पूछे और भाजपा पर भी जमकर हमला बोला।
तेजस्वी ने रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा कि बिहार सरकार प्रत्येक साल रिपोर्ट कार्ड जारी करती है लेकिन इस साल इसलिए जारी नहीं कर रही है क्योंकि सरकार के पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। आरोप पत्र में बिंदुबार सरकार की विफलता का जिक्र है।
कविता के माध्यम से तेजस्वी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पाखण्डी है सरकार, लुट रहा है बिहर। सात निश्चय योजना को सरकार भूल गई। बीजेपी मानती है कि यह योजना राजग सरकार की नही। पूरा सचिवालय खाली है। कोई मंत्री सचिवालय नही जाता। सात निश्चय योजना पर कोई काम नही हो रहा है। योजना में घोटाला भी सामने आने लगा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में तो ये सरकार चोर दरवाजे से आकर बनाई गई। लेकिन, ठीक है सरकार बनी तो बिहार के विशेष दर्जे की मांग जो काफी लंबे समय से चल रही है और ये हमारा हक है बिहार के जनता का हक है तो इसपर बिहार की तथाकथित एनडीए सरकार ने कहां विशेष राज्य का दर्जा दे दिया।
तेजस्वी ने कहा बिहार में दलितों पर अत्याचार में बढ़ोतरी हुई है। शराबबंदी को पूरी तरह फेल बताते हुए कहा कि शराब की होम डिलिवरी खुलेआम हो रही है और इस कानून के नाम पर दलितों और अति पिछड़ों पर अत्याचार किया जा रहा है।
उन्होेंने कहा कि बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य की हालत खराब है। शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि नीतीश कुमार बताएं कि वो सात निश्चय का काम कर रहे हैं या फिर आरएसएस के एजेंडा को पूरा कर रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि वैसे नीतीश कुमार ने तो तब भी बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग को पूरा नहीं होने दिया जब राबड़ी देवी ने इस मांग को पहली बार केंद्र सरकार के सामने रखा था। तब अटल जी की सरकार थी और नीतीश कुमार की ही वजह से विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पाया। अब तो डबल इंजन की सरकार है तो अब कहां गए मुद्दे? अब तो कोई बात बुरी नहीं लगती जबकि लगातार उपेक्षा की जा रही है।
प्रेस कांफ्रेंस में राजद के वरिष्ठ नेता राम चन्द्र पूर्वे, जगतानंद सिंह, आलोक मेहता, शिव चंद्र राम और भाई वीरेंद्र मौजूद रहे .
बता दें कि बिहार विधानमंडल का बजट सत्र खत्म होने के दूसरे दिन से ही नीतीश सरकार हमला तेज करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव बुधवार को भाजपा-जदयू सरकार के पिछले आठ माह का रिपोर्ट कार्ड जारी किया और साथ ही सरकार की विफलताओं को भी उजागर किया।