बिहार में बड़ी वारदात:नक्सलियों ने MLC के रिश्तेदार को भूना, JDU ने बताया RJD का हाथ
पटना : बिहार में अपराधियों के बाद अब नक्सलियों ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है.बिहार के औरंगाबाद जिले में नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है।
औरंगाबाद में डेढ़ सौ से अधिक नक्सलियों ने भाजपा विधान पार्षद (एमएलसी) राजन सिंह के चाचा को भून डाला। साथ हीं बसों व ट्रैक्टरों सहित कुल 10 वाहनों को फूंक दिया। इस सौ राउंड से अधिक फायरिंग से पूरा इलाका दहल उठा। घटना जिले के देव थाना मुख्यालय के देव गोदाम के पास देर रात हुई।
इसके बाद सुरक्षा बालों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ रातभर चली। सुबह से कॉम्बिंग ऑपरेशन आरंभ है। इस बीच घटना के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है। मृतक के भतीजे भाजपा विधान पार्षद ने नीतीश सरकार के सुशासन पर सवाल उठाए हैं तो जदयू ने घटना में राजद का हाथ बताया है।
यह है घटना
भाकपा माओवादी के हथियारबंद नक्सलियों ने शनिवार की रात जमकर उत्पात मचाया। माओवादियों ने गोलू कंपनी की 10 वाहनों में आग लगा दी तथा सुदी बिगहा गांव के निवासी नरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। मारे गए नरेंद्र, भाजपा विधान पार्षद राजन सिंह के चाचा हैं। वहीं, एक अन्य ग्रामीण को भी गोली लगने की सूचना है। नक्सलियों ने दो घरों में भी आग लगा दी तथा एक सामुदायिक भवन को भी विस्फोट कर उड़ा दिया। औरंगाबाद एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह ने नक्सली वारदात की पुष्टि की है।
घटना पर गरमाई बिहार की सियासत
*BJP MLC बोले- घटना के लिए सरकार जिम्मेदार: घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा एमएलसी राजन सिंह ने घटना के लिए प्रशासन व नीतीश सरकार को जिम्मेदार बताया। उन्होंने सवाल किया कि जब सत्ताधारी दल के विधायक-विधान पार्षद सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कैसे सुरक्षित होगा? हालांकि, भाजपा विधायक नितिन नवीन ने राजद को अपराधी तत्वों का संरक्षक बता आरोप की दिशा मोड़ने की कोशिश की।
*जदयू ने राजद का हाथ होने का लगाया आरोप: सत्ताधारी जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि इस घटना में राजद का हाथ है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं राजद के इशारे पर ही होती हैं। सरकार जांच कर रही है। घटना सरकार को बदनाम करने की नीयत से की गई है।
*राजद का सवाल- नीतीश बताएं, कहां है सुशासन: आरोपों को लेकर राजद का जवाब भी आया। राजद के विजय प्रकाश ने कहा कि जब सुशासन हाथ से निकल जाता है तो ऐसे ही बेबुनियाद आरोप लगाए जाते हैं। उन्होंने कानून के राज पर सवाल उठाए।
थाना से एक किमी दूरी पर घटना-स्थल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस फूंकने के बाद नक्सली लेवी नहीं तो बस नहीं चलेगी, के नारे लगा रहे थे। एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह ने बताया कि नक्सलियों से मुठभेड़ देर रात तक जारी रही। अब पुलिस उन्हें घेरने में लगी है। रात होने के कारण कार्रवाई में दिक्कत आई। घटनास्थल देव थाना से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर है।
लेवी नहीं देने पर वारदात
नक्सलियों द्वारा आग के हवाले की गई बसें सुदी बिगहा के अरुण कुमार सिंह एवं सुनील कुमार सिंह की बताई जा रही हैं। नक्सलियों के निशाने पर वे ही थे, लेकिन बच गए। नक्सलियों ने बस मालिक से पहले लेवी की मांग की थी, नहीं देने पर यह कार्रवाई की है। विदित हो कि नक्सलियों ने पहले भी गोलू कंपनी की बस को फूंक दिया था। कुछ साल पहले देव प्रखंड सह अंचल कार्यालय को केन बम व डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया था। इसके पूर्व भी नक्सलियों ने आमस और ओबरा में बसों को जलाया था।
बिहार में नक्सली हमले
03 दिसम्बर 2013: औरंगाबाद में टंडवा थाने की जीप उड़ाई, आठ जवान शहीद
07 अप्रैल 2014: औरंगाबाद के ढिबरा में लैंडमाइंस विस्फोट, दो शहीद
10 अप्रैल 2014: हवेलीखड़गपुर में नक्सली हमले में दो जवान शहीद
04 जुलाई 2014: जुमई में मुठभेड़ में सीआरपीएफ के कमांड अफसर शहीद
10 फरवरी 2015: गया के डुमरिया में लैंडमाइंस विस्फोट में जवान शहीद
19 जुलाई 2016: गया-औरंगाबाद सीमा पर डुमरी नाला के पास हमला, 10 जवान शहीद
20 दिसम्बर 2017: जमालपुर-किऊल रेलखंड के मधुसूदन स्टेशन पर सिग्नलिंग पैनल फूंका, स्टेशन मास्टर समेत पांच कर्मी अगवा
नक्सलियों ने दोहरा दी 5 साल पहले की घटना
नक्सलियों ने शनिवार की रात गोदाम पर 5 साल पुरानी घटना को दोहरा दिया। 21 मार्च 2013 की रात गोदाम पर नक्सलियों ने हमला बोला था यहां सुदी बीघा में एक युवक अजीत कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जबकि अगले दिन कंचनपुर गांव में गोलू बस को आग के हवाले कर दिया गया था। नक्सली पुलिस की पेट्रोलिंग जीप पर हमला कर जवानों की हत्या करना चाहते थे लेकिन किसी तरह उनके इस प्लान में व्यवधान उत्पन्न हो गया।
सोनू मिश्रा ,पटना (बिहार)